इस कायक्रम में कलशाला के प्राचाय के सयू चद्रं राव जी अध्यक्ष करके इसके ज रए उन्होंने प्रेमचदं के बारे में बताया।
श्री मशीं प्रेमचदं जी के जीवन और सा हि यक वषयों के बारे में और उनके सामािजक चतंन और रचनाओं के बारे में इस कायक्रम के द्वारा पता चलते हैं।